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I came to Jaipur in 1983 & was introduced to Late Sh Surender Jain ji, who was the chief editor of Parivahan Sampada Magazine by Mr Naresh Goyal ji. He used to come in the evening & sit with us to discuss the latest news in the automobile industry. At that time we BMC & Goyal Motor Store used to give maximum support to Jain Sahab by giving regular advertisement in the magazine for full year in advance.
Parivahan Sampada became popular not only in Rajasthan but other areas also like Delhi, Punjab, UP, MP etc.At that time Gajra was a very popular brand, so I suggested Mr Jain to give regularly the Market rates of Gajra Gears in his magazine. That idea clicked & there after people start asking to give Delhi Market of other popular brands. Like this Parivahan Sampada became popular for its market rates. I had seen my self, retailers used to consult rates from the Parivahan Sampada while quoting to customers.
I have been associated with Sampada magazine for about 42 years. It is the only magazine of the country which publishes fortnightly the Delhi market rates of various popular brands.I regularly get the magazine from them.
It updates the readers of what is happening in automotive industry besides other issues like GST, Motor Vehicle Laws, Road Tax & International activities. It covers all the states associations activities.
Mr Avnish Jain, Chief Editor is very laborious like hs father & all the credit goes to him from bringing magazine to on line to it’s readers & today you can read it on Internet, Facebook etc.
I wish Parivahan Sampada all the very best. Congratulations to them ????
परिवहन सम्पदा के 45 वर्ष पूरे होने पर हार्दिक बधाई। मैं परिवहन सम्पदा पत्रिका के साथ 1995 से जुड़ा हुआ हूँ । इस पत्रिका के माध्यम से हमेशा नयी-नयी तकनीक, नये-नये प्रोडक्ट्स एवं निर्माताओं के बारे में जानकारी मिलती रही है और इस पत्रिका के माध्यम से ना केवल हमें सप्लायर मिले अपितु नये-नये ग्राहक भी मिले।मैं परिवहन सम्पदा में अपनी फर्म का विज्ञापन देना 1995 से लगातार प्रकाशित करवा रहा हूँ इसके कारण से मुझे पूरे राजस्थान से इंक्वॉयरी आती रहती है और मेरे व्यापार में प्रतिवर्ष वृद्धि देखने को मिलती है । परिवहन सम्पदा ने प्रदेश में ही नही अपितु पूरे देश मे अपना स्थान बनाने में सफलता हासिल की है। संपादक मंडल में एक पीढ़ी के बाद दूसरी पीढ़ी ने भी अपने द्वारा किये कमेटमेंट को ध्यान में रखकर पत्रिका को निरंतर नई बुलंदियों पर पहुंचाया। आज पत्रिका का नये वेब पोर्टल के द्वारा प्रिंट पत्रिका के साथ -साथ अब हमें तुरंत और प्रतिदिन मार्केट अपडेट व ऑटो जगत से जुड़ी जानकारियां मिलती रहेगी। मैं परिवहन सम्पदा टीम को इस प्रयास के लिए शुभकामनाएं देता हूं व पत्रिका के उज्जवल भविष्य की कामना करता हूं
मैंने परिवहन सम्पदा के चार पेज के अंक से आरम्भ आज चालीस वर्षो का सफर और समय के साथ होने वाले परिवर्तनों को बहुत सुक्षमता से पढ़ा व देखा है और पत्रिका के संस्थापक स्व. सुरेन्द्र कुमार जैन की पत्रिका का विस्तार करने की लगन व मेहनत भी देखी है और उनके बाद अवनीश जैन ने जो सृजनशीलता एवं तकनीक का समावेश अपनी पत्रिका में किया है उसके कारण आज परिवहन सम्पदा भारतीय आटो सैक्टर की सबसे विश्वसनीय पत्रिका बन गई हैं।
मैं परिवहन सम्पदा की पूरी टीम को इस प्रयास के लिए व 45 वर्षिय वर्षगांठ पर हार्दिक शुभकामनाएं देता हूं व पत्रिका के उज्जवल भविष्य की कामना करता हूूं।
Parivahan sampada has a drastic role in providing vital information for its dealers by providing them a broader view and a sense of direction of automobile trade.
It is not just a magazine, moreover it is a way to get connected and be acknowledged of the latest trends in automobile trade. Parivahan Sampda's 45 years of remarkable service has been a great contribution for the improvement in dealer's reach to the market trends and services.
Wishing you all the best for the upcoming years.
Dear Avnish Congratulations on the 45th Anniversary of Parivahan Sampada.
I am amongst the Privlaged to be associated with your Father Late Shri Surendra Kumar Jain ji when it was a News Paper. I gave the 1st Colour Advertisement & today by Grace of God Parivahan Sampada is the leading Automobile Magazine in India .Best of Luck for Years & Years to come
परिवहन सम्पदा के चालीस वर्ष पूरे होने पर हार्दिक बधाई इन चालीस वर्षो में जो सृजनशीलता एवं तकनीक का समावेश अपनी पत्रिका में किया है उसके कारण आज परिवहन सम्पदा भारतीय ऑटो जगत की सबसे विश्वसनीय पत्रिका हैं
मैं परिवहन सम्पदा टीम को इस प्रयास के लिए शुभकामनाएं देता हूं व पत्रिका के उज्जवल भविष्य की कामना करता हूूं। परिवहन सम्पदा द्वारा ऑटो कॉम्पोनेन्ट मैन्युफैक्चरर ,होलसेलर एवं रिटेलर को जोड़ने का एवं मार्केट अपडेट व तकनीक पहुंचने का सार्थक एवं उत्कृष्ट प्रयास किया है उसके लिए पूरी परिवहन सम्पदा टीम बधाई की पात्र है।
परिवहन सम्पदा पत्रिका से मैं लगभग 45 वर्षो जुड़ा हुआ हूं। यह देश की एक मात्रा आटो हिन्दी पत्रिका है जो विभिन्न प्रकार की कम्पनियों पार्ट्स के दिल्ली मार्केट रेट्स अपडेट्स बहुत अच्छी प्रकार से प्रकाशित करती है। परिवहन सम्पदा पत्रिका को मैं नियमित पढ़ता हूं जिसमें सम्पूर्ण आटोजगत से जुड़ी छोटी से छोटी जानकारी निर्माता, थोक विक्रेता व खुदरा को जोड़ने का कार्य बहुत ही उन्नद तरीके से करती है।
परिवहन सम्पदा में आटोजगत न्यूज के अलावा राष्ट्रीय स्तर की सभी गतिविध्यिां, जीएसटी टैक्स से जुड़ी सारी जानकारियां, मोटर वाहन कानून, रोड टैक्स आदि के साथ-साथ सामाजिक मुद्दो व स्वास्थ्य से जुड़ी अतिरिक्त जानकारियों से भी अपडेट करती है। पत्रिका के द्वारा हमें देश के हर राज्य में एसोसिएशन की गतिविध्यिों के बारे में भी समय-समय पर अपडेट मिलती रहती है।
परिवहन सम्पदा परिवार को मैं पत्रिका के 45 वर्षो का सपफर पूर्ण करने पर हार्दिक शुभकामनायें प्रेषित करता हूं।
Heartiest congratulations to Parivahan Sampada on Completion of 45 th years as the most updated and followed magazine in Automobile parts Industry. Your keen dedication has always been a motivation for all of us. Every workplace needs someone who stands out from the rest and be an inspiration for everyone. Thank you for being the person and we are really proud of you. We wish you all the best for upcoming years. Our support is always with you.
परिवहन सम्पदा के 45 वर्ष पूरे होने पर हार्दिक बधाई। मैं परिवहन सम्पदा पत्रिका के साथ अप्रैल 1981 से जुड़ा हुआ हूँ । इस पत्रिका के माध्यम से हमेशा नयी-नयी तकनीक, नये-नये प्रोडक्ट्स एवं निर्माताओं के बारे में जानकारी मिलती रही है और इस पत्रिका के माध्यम से ना केवल हमें सप्लायर मिले अपितु नये-नये ग्राहक भी मिले। पत्रिका के संरक्षक मंडल में रहते हुए मैंने पत्रिका के संपादक मंडल को बहुत समीप से जाना है संपादक द्वारा जो लक्ष्य निर्धारित किया एवं जो कमेटमेंट किया उसको बखूबी से निभाया और आज भी उस पर अमल कर रहे है। इन 40 वर्षों में अन्य पत्रिकायें भी मार्केट में आई परंतु 1-2 वर्षो से अधिक चल नहीं पाई, लेकिन परिवहन सम्पदा ने प्रदेश में ही नही अपितु पूरे देश मे अपना स्थान बनाने में सफलता हासिल की है। संपादक मंडल में एक पीढ़ी के बाद दूसरी पीढ़ी ने भी अपने द्वारा किये कमेटमेंट को ध्यान में रखकर पत्रिका को निरंतर नई बुलंदियों पर पहुंचाया। आज पत्रिका का नये वेब पोर्टल के द्वारा प्रिंट पत्रिका के साथ -साथ अब हमें तुरंत और प्रतिदिन मार्केट अपडेट व ऑटो जगत से जुड़ी जानकारियां मिलती रहेगी। मैं परिवहन सम्पदा टीम को इस प्रयास के लिए शुभकामनाएं देता हूं व पत्रिका के उज्जवल भविष्य की कामना करता हूूं।
You have been doing great work by publishing Parivahan Sampada - The best and the most followed magazine for latest news and updates in Automotive Parts Industry since 45 Years now. And, now when digitalization is the new need and medium today, your going digital for Magazine makes us happier and even more confident upon your reach and success. We wish you all the best for success with flying colours in this new direction. Our support is always with you.
परिवहन सम्पदा भारत की ऑटोमोबाइल क्षेत्र की एक मात्र पात्रिका है, जिसका भारतीय आटो-जगत और उद्योग पर सम्पूर्ण ध्यान केंद्रित है इसके व्यापक कवरेज में सभी प्रकार के वाहन और ऑटो कम्पोनेंटस निर्माता के साथ-साथ, होलसेलर, रिटेलर भी शामिल है। पत्रिका द्वारा कवर किये गये अन्य महत्वपूर्ण क्षेत्रों में ईंधन, सड़क और बुनियादी ढांचे शामिल हैं जो आटो सेक्टर के विकास को प्रभावित करते हैं। इस पत्रिका द्वारा भारत में ऑटोमोबाइल बाजार की दिल्ली मार्केट रिपोर्ट का नियमित अपडेट भी दिया जा रहा हैं। परिवहन सम्पदा भारी वाणिज्यिक वाहनों, हल्कें वाणिज्यिक वाहनों, कारों, ट्रैक्टरों, जेसीबी, और भारी अर्थमूवर्स उपकरणों के प्रबंधन की धारा से संबंधित जानकारी दुनिया को इकट्ठा करती है और इसे यथार्थवादी तरीके से खूबसूरती के साथ पेश करती है। परिवहन सम्पदा भारत ही नहीं वरन् नेपाल और भूटान के लगभग सभी क्षेत्रों को कवर करता है। यह सभी आटोट्रेड निर्माता, थोक विक्रेता, खुदरा विक्रेता और यांत्रिकी को जोड़ने के लिए एक श्रृंखला है। पत्रिका पाठकों और व्यापारियों को समान रूप से रोमांचित करती है जो इस उद्योग के विकास में शीर्ष पर होने के लक्ष्य को साझा करते हैं। पिछले 45 वर्षों से आटो-जगत में होने के बाद, टीम का लक्ष्य हमेशा उत्कृष्ट ग्राहक सेवाओं, लचीलेपन में वृद्धि और इस प्रकार बढ़ी हुई ग्राहक संतुष्टि प्रदान करके हर ग्राहक की अपेक्षाओं को पार करना है।
परिवहन सम्पदा के 45 वर्ष पूरे होने पर हार्दिक बधाई। मैं परिवहन सम्पदा पत्रिका को तब से जानता हूं जब मैं अपनी पढ़ाई पूरी कर 1984 में इस व्यवसाय में आया, इस पत्रिका के माध्यम से हमेशा नयी-नयी तकनीक, नये-नये प्रोडक्ट्स एवं निर्माताओं के बारे में जानकारी मिलती रही और इस पत्रिका के माध्यम से ना केवल हमें सप्लायर मिले अपितु नये-नये ग्राहक भी मिले। मैं परिवहन सम्पदा के उज्जवल भविष्य की कामना करता हूूं।
विगत 45 वर्षों से हम निरन्तर परिवहन सम्पदा हिन्दी की प्रथम ऑटोमोबाइल पाक्षिक पत्रिका का अवलोकन करते आ रहे है। पत्रिका में हमारे समस्त प्रकार के प्रोडक्ट्स की सम्पूर्ण जानकारी, रेट्स एवं गुणवत्ता का समावेश बहुत ही विष्वसनीयता के साथ किया जाता है। हमारे परिवहन सम्पदा के संस्थापक स्व. सुरेन्द्र कुमार जैन साहब के उत्तराधिकारी श्री अवनीश जैन बखुबी निभा रहे है, अतीत से वर्तमान की जानकारी हमारे समस्त डीलर्स डिस्ट्रीब्यूटर्स एवं कम्पनीयों को सुलभ हो रही है। वर्तमान परिपेक्ष्य में नये उत्पादको एवं नई तकनीक से आफ्टर मार्केट में प्रवेश की विस्तृत जानकारीयां हमें इस पत्रिका के माध्यम से मिलती रहती है। मैं उन सभी चैनल सदस्यों का आभारी हूं जिन्होंने इस हिन्दी पाक्षिक पत्रिका को नई दिशा देकर हम तक पहुंचाया है। समय-समय पर पत्रिका की संपादन टीम ने व्यापारिक गतिविधियों के साथ आर्थिक, सामाजिक धार्मिक एवं देश-विदेश की गतिविधियों को एक सुत्र में बांधने का सफलतापूर्वक प्रयास किया है। हम आभारी है उन सभी सदस्यों का जो अपने सार्थक प्रयास से परिवहन सम्पदा पत्रिका का दिनों-दिन प्रकाषन कर रहे है।
एक निश्चित कालखंड में परिवहन सम्पदा जैसी पत्रिका ने साहित्यिक चेतना के विस्तार में सफलता पाने के साथ-साथ व्यापारिक जगत में भी राष्ट्रीय स्तर पर अपनी सशक्त उपस्थिति दर्ज कराई है। मैं पत्रिका के संपादक श्री अवनीश जैन और परिवहन सम्पदा परिवार के उज्जवल भविष्य की कामना करता हूं।
देश के प्रतिष्ठित औद्योगिक घरानों की व्यापारिक गतिविधियों को देश के कौने कौने तक पहुंचाने की मुहिम में पिछले 45 वर्षों से जुटी परिवहन सम्पदा की टीम साहित्यिक चेतना के विस्तार में भी अपने कुशल संपादक अवनीश जैन के नेतृत्व में सफलता के नए आयामों को स्पर्श कर रही है। मैं परिवहन सम्पदा के उज्जवल भविष्य की कामना करता हूं।
45 वर्षों की अवधि के दौरान परिवहन संपदा पत्रिका ने देष के लगभग हर कौने में टीमवर्क का बेहतरीन प्रदशन कर विष्वास की बुनियाद को मजबूत करने में न केवल सफलता हासिल की है बल्कि व्यापारिक जगत को भी अपने लेखकीय कौशल से प्रभावित किया है। मैं परिवहन संपदा के संपादक श्री अवनीश जैन के साथ-साथ उनकी पूरी टीम के उज्जवल भविष्य की कामना करता हूं।
45 वर्षों के अथक ओर निरंतर साहित्यिक साधना का सुपरिणाम यह है कि आज परिवहन सम्पदा किसी परिचय की मोहताज नहीं है। देश में आटो-जगत के व्यापारिक घरानों और प्रतिष्ठानों का प्रतिनिधित्व कर रही इस पत्रिका के दीर्घजीवी और उत्तरोत्तर भविष्य की मंगलकामनाओं के साथ शुभकामनाएं प्रेषित करता हूं।