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Avnish Jain | May 01, 2021 | Health and Fitness
कोरोनाकाल में लोगों ने संभवतः जो टर्म सबसे ज्यादा सर्च किया है वह है, इम्यूनिटी। सब जानना चाहते हैं कि इम्यूनिटी का स्तर क्या है और कैसे बढ़ा सकते हैं। इन्हीं विषयों पर जानिए क्या है विशेषज्ञों की राय....
इम्यूनिटी का सही मतलब क्या है?
मानव शरीर में कई तरह के वायरस और बैक्टीरिया होते हैं। कुछ शरीर के लिए पफायदेमेंद होते हैं जबकि कुछ नुकसानदेह। ऐसे अवयव जो शरीर में रोग प्रतिरोधक क्षमता विकसित करते हैं, शरीर के अंदर के वायरस से लड़ने की शक्ति पैदा करते हैं, उसी को इम्यूनिटी कहा जाता है।
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क्या यह जानने का कोई तरीका है कि किसी व्यक्ति की इम्यूनिटी का स्तर क्या है?
हां। अलग-अलग बीमारियों के प्रति इम्यूनिटी जांचने के लिए अलग-अलग टेस्ट होते हैं। कोरोना के केस में आईजीजी एंडीबाॅडी टेस्ट से इम्यूनिटी पता चलती है। सामान्य तौर पर हीमोग्लोबिन के स्तर से इम्यूनिटी पता कर सकते हैं। हीमोग्लोबिन का आदर्श स्तर पुरुषों में 16 और महिलाओ में 14 होता है। यदि पुरुषों में हीमोग्लोबिन 14 से और महिलाओं में 12 से कम हो तो मान सकते हैं कि इम्यूनिटी कमजोर है।
क्या किसी व्यक्ति की इम्यूनिटी कुछ ही दिनों में बढ़ाई जा सकती है?
हां। लेकिन इम्यूनिटी बढ़ाने का कृत्रिम तरीका, बहुत स्थायी ही होता है। दवा व अच्छे खान-पान से कुछ दिनों में इम्यूनिटी बढ़ा सकते हैं।
कहा जा रहा है बच्चों की इम्यूनिटी ज्यादा है, क्या ये सही है? यदि हां तो ऐसा क्यों होता है?
बच्चों में इम्यूनिटी ज्यादा होती है, यह सही है। लेकिन ऐसा नहीं है कि बच्चों में संक्रमण नहीं होता। बच्चे कई तरह के संक्रमण को रिसीव ही नहीं कर पाते, लिहाजा बचे रहते हैं।
बाजार में हर प्रोडक्ट यह कह कर बेचा जा रहा है कि ये इम्यूनिटी बूस्टर है, इसमें सच्चाई है?
बाजार में कुछ ऐसे प्रोडक्ट्स जरूर मिलते हैं जो फूड सप्लीमेंट के तौर पर अच्छे होते हैं और वास्तव में उससे इम्यूनिटी बूस्ट होेती है। लेकिन सत्यता जांचना बहुत जरूरी है जो हर बार संभव नहीं होती। लिहाजा इम्यूनिटी बढ़ाने के लिए बाजरा, चना और मूंग दाल, हरी सब्जी और दूध् का सेवन ज्यादा कारगर होता है। इम्यूनिटी बढ़ाने के लिए केले और सिट्रस फल जैसे संतरे, अन्नानास आदि लेने चाहिए। गरम पानी के साथ नींबू का रस अच्छा होता है। लहसुन भी इम्युनिटी बढ़ाने में कारगर होता है। ड्राई फ्ररु तइट्स में बादाम, मुनक्के और छुआरे ले सकते हैं।
पुरुषों का हीमोग्लोबिन 14 और महिलाओं का 12 से कम हो तो इम्यूनिटी कमजोर संतरा-अन्नानास जैसे फल लें : रोज कसरत जरूरी
गर्म पानी में नींबू का रस, ड्राई फ्रूट्स में मुनक्के और छुआरे लेना अच्छा
बाजार में कई इम्यूनिटी बूस्टर, मगर इनकी सत्यता जांचना संभव नहीं... बेहतर है खान-पान पर ध्यान दें
मधुमेह, केंसर जैसे रोग और कमजोर इम्यूनिटी वाले ज्यादा ध्यान रखें
फिलहाल मास्क और सोशल डिस्टंसिंग ही बचाव का सबसे कारगर उपाय है
सिर्फ खान-पान से इम्यूनिटी सुधर सकते है?
सिर्फ खान-पान से इम्यूनिटी में सुधर नहीं होगा। सकारात्मक सोच, नियमित व्यायाम, 7-8 घंटे की गहरी नींद लेनी होगी। तनाव घटाना होगा। इसके साथ पौष्टिक आहार से इम्यूनिटी सुधरेगी।
यदि किसी सामान्य व्यक्ति की इम्यूनिटी कमजोर है तो क्या उसे अतिरिक्त सावधनी रखने की जरूरत है?
बिल्कुल। ऐसे व्यक्ति जिसकी इम्यूनिटी कमजोर है उसे विशेष सावधानी बरतनी चाहिए। ऐसे लोग जिन्हें कोई गंभीर बीमारी है मसलन कैंसर, मधुमेह या दूसरी इम्यूनो कंप्रोमाइज बीमारी के अलावा बुजुर्ग हैं तो ऐसे लोगों को विशेष सावधानी बरतनी चाहिए। इसी वजह से सरकार ने भी अपने पहले प्रोटोकाॅल से ही कहना शुरू किया था कि बुजुर्ग हैं घर से बाहर न निकलें। इसके बाद जब वैक्सीन आई तब सबसे पहले बुजुर्गों के बाद गंभीर बीमारी से पीड़ित लोगों को भी वैक्सीन दी गई। नियमित व्यायाम, पौष्टिक आहार और खुश रहने की कोशिश करनी चाहिए।
इम्यूनिटी डेपिफशिएंसी डिसआर्डर्स से पीड़ित लोगों के लिए ये समय कितना घातक हो सकता है? उन्हें क्या सावधानी रखनी चाहिए?
इम्यूनिटी डिपिफशियंसी से पीड़ित लोगों के लिए यह समय बेहद खतरनाक है। हालांकि ये अनुवांशिक बीमारियां जैसे काॅमन वेरिएबल इम्यूनोडेपिफशिएंसी (सीविड) या एलिम्पफोसाइटोसिस कम लोगों को होती है। ये बीमारियां एचसाईवी के संक्रमण से अलग है। एचआईवी संक्रमण भी एक तरह का इम्यूनोडेपिफशिएंसी डिसआर्डर है। मधुमेह व कैंसर के मरीजों को भी इम्यून डेपिफशिएंसी की समस्या होती है। सबसे ज्यादा दिक्कत वैसे ही लोगों को हो रही है जिनकी इम्यूनिटी कमजोर है। कमजोर शरीर में शरीर के अंदर वायरस से लड़ने की क्षमता नहीं होती जिसकी वजह से वायरस शरीर पर अपना कब्जा कर लेता है। इन बीमारियों के मरीजों के लिए संक्रमण से बचे रहना ही एकमात्र उपाय है। संक्रमण हुआ तो स्थिति गंभीर हो सकती है। संक्रमण से बचाव के लिए फिलहाल मास्क लगाना, सामाजिक दूरी का पालन करना ही बेहतर है। अगर आप लगवा सकते हैं तो वैक्सीन लगवा लें और इम्यूनिटी बढ़ाने के लिए जो संभव हो व्यायाम और खान-पान पर ध्यान देना जरूरी है।