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Avnish Jain | Aug 17, 2022 | Editorial
15 अगस्त को आधी रात में मिली थी आजादी,
हमारा नहीं था कोई राष्ट्रगान
15 अगस्त 1947 को हिंदुस्तान ने 200 साल के ब्रिटिश औपनिवेशिक शासन से आजादी हासिल की। विशाल साहस और बलिदान ने अंग्रेजों को देश छोड़ने पर मजबूर कर दिया।
हिंदुस्तान इस साल 15 अगस्त को अपना 75वां स्वतंत्राता दिवस मना रहा है। भारत सरकार आजादी के 75 साल के उपलक्ष्य में आजादी का अमृत महोत्सव कार्यक्रम मना रही है। ये देश के लोगों को समर्पित है। जैसा की हर देशवासी को मालूम है कि भारत 1858 से 1947 तक ब्रिटिश शासन के अधीन था। ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी ने 1757 से 1857 तक भारत पर शासन किया था।
15 अगस्त 1947 को हिंदुस्तान ने 200 साल के ब्रिटिश औपनिवेशिक शासन से आजादी हासिल की। स्वतंत्रता सेनानी के विशाल साहस और बलिदान ने 15 अगस्त 1947 को अंग्रेजों को देश छोड़ने पर मजबूर कर दिया। वहीं। आइए इतिहास पर फिर से एक नजर घुमाएं और भारत की स्वतंत्रता से जुड़े 10 रोचक तथ्यों के बारे में जानते हैं।
जानिए इससे जुड़े 10 अहम फैक्ट...
1. स्वतंत्रता के लिए पहला संघर्ष 1857 में हुआ था, जिसे प्रसिद्ध सिपाही विद्रोह या 1857 का भारतीय विद्रोह कहा जाता है, जिसका नेतृत्व मंगल पांडे ने किया था। झांसी की रानी लक्ष्मी बाई, बहादुर शाह जफर, तात्या टोपे और नाना साहिब अन्य थे, जिन्होंने साल 1857 में ब्रिटिश सैनिकों के खिलाफ विरोध का नेतृत्व किया था।
2. साल 1900 के दशक में स्वदेशी आंदोलन आया। बाल गंगाधर तिलक और जेआरडी टाटा ने स्वदेशी वस्तुओं को बढ़ावा देने और विदेशी सामानों का बहिष्कार करने के लिए बाॅम्बे स्वदेशी को-ऑप स्टोर्स कंपनी लिमिटेड की स्थापना की। महात्मा गांधी ने इसे स्वराज (स्व-शासन) की आत्मा का रूप बताया।
3. लाल, पीले और हरे रंग की तीन क्षैतिज पट्टियों वाला भारतीय राष्ट्रीय ध्वज 7 अगस्त, 1906 को कोलकात्ता के पारसी बागान स्क्वायर में फहराया गया था। हमारे वर्तमान राष्ट्रीय ध्वज का पहला वर्जन साल 1921 में पिंगली वेंकय्या ने डिजाइन किया था। 24-तीली, अशोक चक्र के साथ भगवा, सपफेद और हरी धारियों वाला वर्तमान ध्वज अधिकारिक तौर पर 22 जुलाई, 1947 को अपनाया गया था। इसके बाद 15 अगस्त, 1947 को फहराया गया था।
4. भारत छोड़ो आंदोलन, जिसे अगस्त आंदोलन के रूप में भी जाना जाता है। 8 अगस्त, 1942 को महात्मा गांधी की तरपफ से अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के बाॅम्बे सत्रा में दूसरे विश्व युद्ध के दौरान भारत में ब्रिटिश शासन को समाप्त करने की मांग के लिए शुरू किया गया एक आंदोलन था।
5. स्वतंत्राता के वक्त भारत में आधिकारिक राष्ट्रगान नहीं था। साल 1911 में रवींद्रनाथ टैगोर के लिखे गीत ‘‘भारतो भाग्य बिधाता’’ का नाम बदलकर ‘‘जन गण मन’’ कर दिया गया। इसे 24 जनवरी, 1950 को भारत की संविधान सभा ने राष्ट्रगान के रूप में अपनाया था।
6. भारत और पाकिस्तान के बीच की सीमा रेखा, जिसे रेडक्लिफ रेखा के रूप में भी जाना जाता है, जो ब्रिटिश बैरिस्टर सर सिरिल रैडक्लिफ ने 3 अगस्त, 1947 को सीमांकित किया था। ये आधिकारिक तौर पर केवल 17 अगस्त, 1947 को जारी हुआ था, भारत को भारत से स्वतंत्रता मिलने के दो दिन बाद।
7. भारत का नाम सिंधु नदी से लिया गया था। यह महान सिंधु घाटी सभ्यता की गवाही देता है जो नदी की सहायक नदियों के बीच फली-फूली।
8. भारत को 15 अगस्त, 1947 को आधी रात में स्वतंत्रता मिली। कोरिया, कांगो, बहरीन और लिकटेंस्टीन भी इस दिन भारत के साथ अपना स्वतंत्रता दिवस शेयर करते हैं।
9. बंकिम चंद्र चटर्जी के लिखे भारत का राष्ट्रीय गीत ‘वंदे मातरम’ साल 1880 के दशक में लिखे उनके उपन्यास ‘आनंदमठ’ का हिस्सा था। 24 जनवरी, 1950 को वंदे मातरम को राष्ट्रीय गीत के रूप में अपनाया गया था।
10. भारत के पहले प्रधानमंत्राी जवाहरलाल नेहरू ने 15 अगस्त की आधी रात को लाल किले पर तिरंगा फहराया। अपने स्वतंत्राता दिवस भाषण में नेहरू ने कहा था, ‘बहुत साल पहले, हमने भाग्य के साथ एक प्रयास किया था और अब वह समय आता है जब हम हमारी प्रतिज्ञा को भुनाएं। आज की आधी रात के वक्त, जब दुनिया सोती है, भारत जीवन और स्वतंत्रता के लिए जाग जाएगा।