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Auto Desk | May 30, 2021 | Heavy Commercial Vehicles
30% तक घट गए ट्रकों के किराए
इंडियन फाउंडेशन आफ ट्रांसपोर्ट रिसर्च एंड ट्रेनिंग (आईएपफटीआरटी) की रिपोर्ट के मुताबिक अप्रैल में प्रमुख मार्गों पर ट्रकों का किराया 18 से 27 फीसदी तक कम हो गया है। कई जगह स्थानीय स्तर पर लाॅकडाउन है और डिमांड भी नहीं है, इसलिए मीडियम एंड हैवी कमर्शियल व्हीकल्स की सेल्स भी पिछले महीने कम हो गई है।
इस समय 14 लाख ट्रकों को नेशलन और 25 लाख ट्रकों को इंटर-स्टेट परमिट मिले हुए हैं। इनमें से करीब 40 फीसदी ट्रकों के पहिए थम गए हैं, जिससे ट्रांसपोर्टर्स के लिए लोन का रिपेमेंट करना मुश्किल हो रहा है। इसके अलावा अप्रैल में माह-दर-माह के हिसाब से मीडियम व हैवी कमर्शियल व्हीकल्स की सेल्स भी औंधे मुंह आ गई है।
हालांकि केंद्र सरकार ने राष्ट्रीय स्तर पर लाॅकडाउन से इनकार किया है, वहीं कई राज्यों ने अपने यहा लोगों की गैर जरूरी यात्राओं पर पाबंदी लगा दी है। देश में ग्रामीण क्षेत्रों में भी अब कोविड-19 का संक्रमण फैल रहा है, जिससे आर्थिक संकट की परिस्थितियां बन रही हैं। ट्रेड, काॅमर्स, इंडस्ट्री और एग्रीकल्चर जैसे बिजनेसेज पर डिपेंडेंट रोड ट्रांसपोर्ट बिजनेस सबसे बुरी तरह हिट हुआ है व इस बिजनेस मेें 90 फीसदी छोटे ट्रक ओनर हैं। मीडियम एंड हैवी कमर्शियल व्हीकल्स की सेल्स लगातार गिर रही है और यह सिलसिला जारी रहने की संभावना है, क्योंकि मैन्यूपफैक्चरिंग व इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट थम गए हैं। रिपोर्ट के मुताबिक ट्रक किराया और ट्रकों की सेल्स फिलहाल बहुत कम है और अगले क्वार्टर तक यह सिलसिला जारी रहने की संभावना है और सरकार भी ट्रेड, काॅमर्स व इंडस्ट्री को सहारा देने के लिए ठोस उपाय नहीं कर पा रही है। दिल्ली-मुंबई-कोलकाता-दिल्ली, दिल्ली-गुवाहाटी-दिल्ली और दिल्ली-हैदराबाद-दिल्ली जैसे रूट्स पर ट्रकों का किराया 20 फीसदी तक कम हो गया है। दिल्ली-रांची राउंड ट्रिप का किराया 27 फीसदी कम हो गया है। दिल्ली-कांडला-दिल्ली के किराये में 25 फीसदी की कमी आ गई है।
इंडियन पफाउंडेशन आफ ट्रांसपोर्ट रिसर्च एंड ट्रेनिंग (आईएपफटीआरटी) द्वारा पिछले सप्ताह किए गए एक सर्वे के मुताबिक लगभग 2 से 2.5 लाख ट्रक ड्राइवर वर्तमान में कोरोना से पीड़ित हैं। इनमें यदि हेल्पर्स को भी मिला लिया जाए तो कुल 3.5 लाख ड्राइवर व हेल्पर्स कोरोना इंपफेक्टेड होने के कारण घरों को लौट गए हैं। उल्लेखनीय है कि देशभर में कुछ ड्राइवर्स व हेल्पर्स की संख्या में उक्त आंकड़ा करीब 10 प्रतिशत है। आईएपफटीआरटी के मुताबिक यह बेहद कंजर्वेटिव अनुमान हैं व 75-100 ट्रांसपोर्ट सेंटरों से जुटाई गई इंर्फोमेशन के आधार प्र कोविड संक्रमित ट्रक, बस व टैक्सी ड्राइवरों की संख्या 4 से 4.5 लाख तक हो सकती है। फाउंडेशन के अनुसार विभिन्न राज्यों में कोविड रिलेटेड लाॅकडाउन के कारण इकोनाॅमिक एक्टिविटी एकाएक घट गई है जिसके चलते ट्रकों का कैपेसिटी यूटिलाइजेशन भी 60 प्रतिशत कम हो गया है।