+91-9414076426
Agency | Jan 18, 2022 | Automobile News
ऑटोमोबाइल इंडस्ट्री को 2022 में आसान सफर की उम्मीद
भारत में ऑटोमोबाइल सेक्टर 2022 की ओर एक सकारात्मक सोच के साथ बढ़ रहा है और गाड़ियों की सेल्स के मामले में महामारी से पहले के स्तर तक पहुंचने की उम्मीद लगाए है। इस सेक्टर ने 2021 में सेमीकंडक्टर की कमी के कारण उत्पादन पर असर पड़ने के बावजूद एक मजबूत बुनियाद बनाने में सफलता पाई है। कमोडिटी की बढ़ती कीमतों से चुनौती बनी हुई है लेकिन पैसेंजर व्हीकल सेगमेंट में मांग कायम है।
ऑटोमोबाइल कंपनियां नई टेक्नोलाॅजी को अपनाने के लिए तैयार है। खासकर इलेक्ट्रिक गाड़ियों के मामले में क्योंकि आगामी वर्ष में इसी क्षेत्रा में कई फोर व्हीलर्स और टू-व्हीलर्स लांच किए जाएंगे। कोरोना वायरस का ओमीक्रोन स्वरूप इस क्षेत्र की कम्पनियों के लिए चिंता का कारण बना हुआ है लेकिन ऑटोमोबाइल कंपनियों का मानना है कि बीते दो वर्षों में मिले सबक उनके लिए आगे कारोबार करने में सहायक साबित होंगे क्योंकि कई कम्पनियों ने बड़े पैमाने पर डिजिटलीकरण को अपना लिया है।
मारुति सुजुकी इंडिया के चैयरमैन आर. सी. भार्गव ने उम्मीद जताई कि 2021 के मुकाबले 2022 इंडस्ट्री के लिए बेहतर साबित होगा। उन्होंने कहा, ‘‘इस साल सेमीकंडक्टर की कमी के कारण उत्पादन में कापफी कमी रही। मेरे ख्याल से 2022 में परिस्थितियां बेहतर होगी।’’ भार्गव ने कहा कि अर्थव्यवस्था तेजी से वृद्धि कर रही है जो एक सकारात्मक कारक है। उन्होंने कहा, ‘‘ओमीक्रोन से जुड़ी अनिश्चिता को छोड़कर यदि इन सब बातों को देखें तो ऐसा लगता है कि 2022 कहीं बेहतर होगा।’’ ऑटोमोबाइल कम्पनियों के संगठन सोसाइटी ऑफ इंडियन ऑटोमोबाइल मैन्युफैक्चरिंग (सियाम) के महानिदेशक राजेश मेनन ने भी माना कि 2021 इंडस्ट्री के लिए काफी चुनौतीपूर्ण रहा है और उन्होंने नए साल के बेहतर होने की उम्मीद जताई है। उन्होंने आशा जताई कि एक बार सेमीकंडक्टर संकट दूर हो जाएगा तो 2022 में इंडस्ट्री के लिए हालात बेहतर हो सकते हैैं। मेनन ने कहा कि सरकार द्वारा योजना फेम-2 (इलेक्ट्रिक व्हीकल्स के तेजी से मेन्यूफैक्चरिंग और उसे अपनाने को बढ़ावा देने की योजना) का 2024 तक विस्तार करने और सरकार की अन्य योजनाओं के कारण क्षेत्र को बहुत लाभ मिल सकता है बशर्ते आधुनिक टेक्नोलाॅजी अपनाई जाएं। उन्होंने कहा कि छह वर्षों में सेमिकंडक्टर मेन्यूफैक्चरिंग के लिए 76,000 करोड़ रुपये की हाल में घोषित प्रोत्साहन योजना उत्साह बढ़ाने वाली है।
टाटा मोटर्स में पैसेंजर व्हीकल सेगमेंट के अध्यक्ष शैलेष चंद्र ने कहा कि ओमीक्रोन स्वरूप को लेकर बनी अनिश्चिताओं, कच्चा माल महंगा होने और सेमीकंडक्टर की आपूर्ति को लेकर बनी चिंता के बावजूद इलेक्ट्रिक व्हीकल्स और पैसेंजर व्हीकल्स (पैसेंजर आईसीई) की मांग मजबूत बनी रहने की उम्मीद है। महिंद्रा एंड महिंद्रा के कार्यकारी निदेशक (ऑटो और कृषि क्षेत्र) राजेश जेजुरिकर ने कहा कि इंडस्ट्री ने रिसोर्स मैनेजमेेंट, सप्लाई चेन, टेक्नोलाॅजी और डिजिटलाइजेशन को अपनाने से लेकर कंज्यूमर एक्सपीरियंस को बेहतर बनाने आदि के मामले में बहुत कुछ सीखा है। उन्होंने कहा, ‘‘मुझे लगता है कि आगे बढ़ने में ये सबक मददगार होंगे।’’
होंडा कोर्स इंडिया के अध्यक्ष एवं सीईओ गाकू नाकानिशि ने कहा कि 2022 के लिए परिदृश्य सतर्कता के साथ सकारात्मकता का है। इस बीच आपूर्ति श्रृंखलाओं में अवरोधें के साथ ही कच्चे माल की कीमतों में निरंतर वृद्धि भी चिंता के विषय बने हुए हैं। लग्जरी वाहन निर्माता मर्सिडीज बेंज इंडिया के प्रबंध् निदेशक और सीईओ मार्टिन श्वेंक ने कहा कि मांग परिदृश्य सकारात्मक है और इस वर्ष हमने अच्छी बुनियाद बनाई है। ऑटोमोबाइल कंपोनेंट मैन्युफैक्चरर्स एसोसिएशन (एसीएमए) के अध्यक्ष संजय कपूर ने कहा कि 2022 में ऑटोमोबाइल सेक्टर के सभी खंड विशेषकर दो पहिया वाहन क्षेत्र का प्रदर्शन अच्छा रहने की उम्मीद है।