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Agency | Jan 17, 2022 | Automobile News
दूर होगी चिप की किल्लत 2022 में बढ़ेगी ऑटो इंडस्ट्री की रफ़्तार
कारों की मांग बरकरार ,सप्लाई की दिक्कतें दूर होने की उम्मीद
देश की ऑटोमोबाइल इंडस्ट्री को 2022 से काफी उम्मीदें हैं। कम्पनियों को लगता है कि नए साल में वाहनों की बिक्री कोविड महामारी शुरू होने से पहले वाली स्थिति में पहुंच जाएगी। सेमीकंडक्टर चिप की किल्लत से उबरने, 2021 के आखिर में उत्पादन बाधित होने से बढ़ी पेंटअप डिमांड और स्टील के दाम घटने से ऑटोमोबाइल कंपनियां उत्साहित हैं।
ऑटोमोटिव इंडस्ट्री के दिग्गजों के मुताबिक, देश में पैसेंजर वाहनों की तगड़ी मांग बनी हुई है और सप्लाई की दिक्कतें धीरे-धीरे कम होने लगी हैं। नए साल में कुछ ऐसी इलेक्ट्रिक कारें और दोपहिया लाॅन्च होंगे, जो ग्राहकों को काफी पसंद आएंगे। इससे बाजार में रौनक लौटेगी। देश की सबसे बड़ी कार कम्पनी मारुति सुजुकी इंडिया के चेयरमैन आरसी भार्गव ने उम्मीद जताई कि 2022 ऑटोमोबाइल इंडस्ट्री के लिए 2021 के मुकाबले बेहतर साबित होगा। उन्होंने कहा, ‘मुझे लगता है कि 2022 में स्थिति बेहतर होगी।’
कोविड की तीसरी लहर की इंडस्ट्री को चिंता नहीं
कोरोना वायरस के ओमिक्राॅन वैरिएंट तेजी से फैलने के बीच इस महामारी की तीसरी लहर की आशंका जताई जा रही है। लेकिन ऑटोमोबाइल इंडस्ट्री ऐसी स्थिति के लिए पहले से तैयार है। कम्पनियों ने बड़े पैमाने पर प्रोडक्टशन लाइन को डिजिटाइज कर लिया है।
सरकार की इन नीतियों से मिलेगा प्रोत्साहन
फेम-2 स्कीम को साल 2024 तक विस्तार मिला
इलेक्ट्रिक दोपहिया के लिए प्रोत्साहनों में इजाफा किया
वाहन, पुर्जों के लिए 26 हजार करोड़ रुपए की पीएलआई स्कीम शुरू हुई
एडवांस टेक्नोलाॅजी के लिए 18,000 करोड़ का सपोर्ट
स्टील के दाम कम होने से भी मिली बड़ी राहत
स्टील के दाम 49,300 रुपए से घटकर 44,000 रुपए प्रति टन रह गए हैं। आगामी महीनों में स्टील 3,000 रुपए प्रति टन तक और सस्ता होने की संभावना है। इसके चलते वाहनों की मैन्युफैक्चरिंग लागत कम हो जाएगी और ऑटो कंपनियों का मार्जिन बढ़ेगा।
दूर हो जाएगी सेमीकंडक्टर किल्लत
वाहन कम्पनियों के संगठन सियाम के महानिदेशक राजेश मेनन ने उम्मीद जताई की नया साल बेहतर होगा। उन्होंने कहा, ‘हमें उम्मीद है कि 2022 में सेमीकंडक्टर की किल्लत खत्म हो जाएगी।’ मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज के चेयरमैन रामदेव अग्रवाल का भी कहना है कि 2021 में सेमिकंडक्टर की कमी सबसे बड़ी चुनौती रही, लेकिन बीते महीने से यह दिक्कत दूर होने लगी है।