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Agency | Jul 05, 2023 | Automobile News
कई इलेक्ट्रिक व्हीकल्स लांच करने की तैयारी में अशोक लीलेंड
ट्रक व बस मैन्यूफेक्चर करने वाली प्रमुख कम्पनी अशोक लीलेंड कई नए इलेक्ट्रिक व्हीकल्स लांच करने की तैयारी कर रही है। इसके साथ ही कम्पनी कैपिटल एक्सपेंडीचर बढ़ाने के अलावा ऑपरेटिंग मार्जिंनों को वर्तमान लेवल्स से डबल करने की स्ट्रेटेजी पर काम कर रही है।
चेन्नई बेस्ड अशोक लीलेंड चालू पफाइनेंशियल ईयर के दिसंबर या मार्च क्वार्टर तक 4 नई इलेक्ट्रिक बसें मार्केट में लांच कर सकती है। ग्रुप कम्पनी स्विच पहले ही इलेक्ट्रिक बस सप्लाई करने के लिए कंपीटिटिव टेंडर्स में पार्टिसिपेट कर रही है। कम्पनी को हाल ही में मुंबई में डबल-डेकर इलेक्ट्रिक बसें सप्लाई करने का ऑर्डर मिला था।
उल्लेखनीय है कि इंडिया के इलेक्ट्रिक बस मार्केट का साइज 2022-23 में 1900 यूनिट्स के मुकाबले अगले 9 वर्षों में बढ़कर 33000 यूनिट्स हो जाने की उम्मीद है। इसी तरह इलेक्ट्रिक लाइट-काॅमर्शियल व्हीकल्स मार्केट का साइज भी इस दौरान 4000 यूनिट्स के वर्तमान लेवल से बढ़कर 314000 यूनिट्स तक पहुंच सकता है।
2023-24 के लिए अशोक लीलेंड ने 600-750 करोड़ रुपए के इंवेस्टमेंट की योजना बनाई है व कम्पनी द्वारा 2020-21 के बाद का यह सर्वाधिक कैपिटल एक्सपेंडीचर होगा।
इलेक्ट्रिक व सीएनजी बसों के अलावा अशोक लीलेंड का स्वामित्व रखने वाला हिंदुजा गु्रप ट्रक व बसों के लिए हाइड्रोजन इंटरनल कंबशन व हाइड्रोजन फ्यूल-सेल टेक्नोलाॅजी के डवलपमेंट पर भी फोकस करेगा। अशोक लीलेंड इंडिया के बाहर अन्य देशों में भी अपनी कारोबारी उपस्थिति तेजी से बढ़ाना चाहती है। 2022-23 में 38 देशों के मुकाबले 2023-24 में कम्पनी 12 और देशों को अपने ग्लोबल नेटवर्क में जोड़ना चाहती है। कम्पनी के ऑपरेटिंग परपफाॅर्मेंस की बात करें तो 2021-22 में 1.28 लाख यूनिट्स के मुकाबले 2022-23 में कम्पनी का सेल्स वाॅल्यूम 50% बढ़कर 1.92 लाख यूनिट्स हो गया। वहीं कम्पनी की रेवेन्यू भी 2021-22 में 21688 करोड़ रुपए की तुलना में 2022-23 में करीब 67% बढ़कर 36144 करोड़ रुपए हो गई।
कम्पनी का मानना है कि रेवेन्यू में ग्रोथ, राॅ-मैटेरियल काॅस्ट में कमी के साथ ही मेन्यूफैक्चरिंग एफिशिंयसी में सुधार व प्रोडक्टिविटी में बढ़ोतरी से कम्पनी के ऑपरेटिंग मार्जिन आगे चलकर डबल हो सकते हैं।
2.3 से 5 टन वाले काॅमर्शियल व्हीकल सेगमेंट में कम्पनी नए प्रोडक्ट लांच के दम पर अपने मार्केट शेयर को 20% से बढ़ाकर 25% करना चाहती है। कम्पनी 0.2 टन वाले सेगमेंट में भी उतरने की प्लानिंग कर रही है जो लाइट -काॅमर्शियल व्हीकल सेगमेंट में दूसरा सबसे बड़ा सब-सेगमेंट है। वहीं मीडियम-हैवी सेगमेंट में कम्पनी अपना मार्केट शेयर 32% से बढ़ाकर 35% करने पर फोकस कर रही है।