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Avnish Jain | Nov 02, 2023 | Health and Fitness
हार्वर्ड के अनुसार लंबे समय तक बैठने खासकर बिना ब्रेक की लंबी सिटिंग से हृदय रोग, स्ट्रोक, डायबिटिज, मसल्स लॉस, पीठ दर्द आदि का खतरा बढ़ता है। भले ही यह सिटिंग किसी भी वजह से हो। हालांकि लंबी सिटिंग के कारण होने वाली समस्याओं से बचने को सही तरीका निश्चित अंतराल पर (हर 30 मिनट में) उठकर मूवमेंट करना है। फिर भी यदि यह संभव नहीं है तो कुछ तरीकों से लंबी सिटिंग से होने वाले नुकसान को कम किया जा सकता है। बैठे हुए भी सेहतमंद रहने का एक तरीका यह है कि इस दौरान दिमाग को एक्टिव रखें। अमेरिका के कॉन्गनीटिव और बिहेवियरल न्यूरोलॉजी के प्रमुख डॉ. एंड्रयू बडसन के अनुसार दिमाग जब एक्टिव होता है तो न्यूरॉन्स बहुत तेजी से सक्रिय होते और नए कलेक्शन बनाते हैं। ये नए कलेक्शन ‘बैकअप सेल्स’ के रूप में एकत्रित हो जाते हैं। ऐसे में यदि अल्जाइमर्स से जुड़ा कोई खतरा पनप रहा है तो ये सेल्स उसे घटाते हैं। वहीं पैसिव एक्टिविटी जैसे कि टीवी देखना आदि से न्यूरॉक्स की एक्टिविटी घटती है।
बोर्ड गेम खेलें
डॉ. बडसन के अनुसार बोर्ड गेम खेलने, ऐप पर वर्ड गेम या पेन और पेपर से वर्ल्ड गेम खेलने से दिमाग एक्टिव होता है।
दायरा बढ़ाएं, लैंग्वेज सीखें
किसी नए विषय पर किताब पढे़ं, नया संगीत सुनें या नई भाषा सीखें। खुद भी गीत लिखने की कोशिश करें। इससे मस्तिष्क की सक्रियता बढ़ती है।
पेन और पेपर का प्रयोग करें
यदि लॉन्ग सिटिंग के दौरान लिखने का काम कर रहे हैं तो पेन और पेपर का उपयोग बढ़ाएं। बीच-बीच में कोई कहानी या कविता भी लिखना शुरू कर सकते हैं। चित्र बना सकते हैं, उनमें रंग भर सकते हैं। ये सभी गतिविधिया आपके मस्तिष्क की एक्टिविटी को बढ़ाएंगी। इन गतिविधियों से आप दिमागी तौर पर हल्का महसूस करेंगे। लॉन्ग सिटिंग से खतरों को इसके जरिए घटा सकेंगे।